नशामुक्त भारत के संकल्प के साथ साइकिल पर सवार होंगे लाखों छात्र

आज वाराणसी से डॉ. मांडविया करेंगे अगुवाई
–सुरेश गांधी
वाराणसी : विकसित भारत के लिए नशा मुक्त युवा संदेश के साथ केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया 20 जुलाई को वाराणसी से एक राष्ट्रव्यापी साइकिल अभियान की अगुवाई करेंगे। यह आयोजन न केवल फिटनेस को बढ़ावा देने की पहल है, बल्कि युवाओं को नशे की लत से दूर रखने के लिए एक व्यापक जनआंदोलन का रूप ले चुका है। देश की 65 फीसदी जनसंख्या 35 वर्ष से कम आयु की है। ऐसे में यह अभियान महज साइक्लिंग का कार्यक्रम नहीं, बल्कि आने वाले भारत की बुनियाद को स्वस्थ, सजग और संकल्पित बनाने का प्रयास है। इसी सोच के तहत काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से यह ऐतिहासिक साइकिल यात्रा सुबह शुरू होगी, जिसमें स्कूली बच्चों के साथ मंत्री स्वयं साइकिल चलाते हुए जनभागीदारी का संदेश देंगे।
6 हजार से अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजन
यह ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ का 32वाँ संस्करण है, जिसे इस बार देशभर के 6000 स्थानों पर एक साथ आयोजित किया जाएगा। इसमें सीबीएसई, सीआईएससीई, केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, डीएवी, और बाल भारती स्कूल जैसे शैक्षणिक संस्थानों ने सक्रिय सहभागिता की है। इस कार्यक्रम से जुड़े 15 लाख से अधिक स्कूलों को आह्वान भेजा गया है कि वे स्वस्थ और नशा-मुक्त भारत के लिए साइकिल यात्रा में भाग लें।
हर रविवार को एक मिशन
‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ की शुरुआत दिसंबर 2024 में की गई थी, और यह जल्द ही एक राष्ट्रीय जन आंदोलन बन गया। हर रविवार देशभर में 50,000 से ज्यादा लोग इस पहल का हिस्सा बनते हैं, जिससे युवाओं के बीच व्यसनमुक्त जीवनशैली और सक्रियता का संदेश गहराई से पहुँच रहा है।

वाराणसी से दिल्ली तक गूंजेगा संदेश
जहां एक ओर वाराणसी से डॉ. मांडविया इस आंदोलन का नेतृत्व करेंगे, वहीं दूसरी ओर नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से इस आयोजन की शुरुआत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के हजारों स्कूली बच्चों की मौजूदगी में की जाएगी। इस प्रकार यह आयोजन एक दिन में दो प्रमुख केंद्रों से राष्ट्रीय स्तर पर गूंज उठेगा।
डॉ. मांडविया का संदेशः “स्वस्थ युवा ही विकसित भारत की नींव”
केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने स्पष्ट कहा कि, “भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र तभी बन पाएगा जब हमारे युवा स्वस्थ और नशामुक्त होंगे। मादक पदार्थों का सेवन आज के युवाओं के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है। ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी है कि उन्हें एक स्वस्थ और सशक्त मार्ग दिखाया जाए। मैं सभी स्कूली बच्चों और युवाओं से अपील करता हूँ कि वे इस अभियान से जुड़ें और हर रविवार को साइकिल चलाकर स्वस्थ भारत के निर्माण में योगदान दें।”
सेना से सितारों तक : हर वर्ग की सहभागिता
इस अभियान में न केवल छात्र, बल्कि भारतीय सेना, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, जीएसटी परिषद, और पीएसयू के कर्मचारी भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इतना ही नहीं, खेल और मनोरंजन जगत की तमाम नामी हस्तियाँ भी इससे जुड़ी हैं : खेल जगत से द ग्रेट खली, लवलीना बोरगोहेन, प्रियंका गोस्वामी, रानी रामपाल, नीतू घनघस, स्वीटी बूरा, नितेश कुमार (पैरा ओलंपियन), मनीषा रामदास, रुबीना फ्रांसिस, सिमरन शर्मा (पैरा विश्व विजेता) फिल्म व टीवी से : अमित सियाल, राहुल बोस, मधुरिमा तुली, मिया मैल्जर और गुल पनाग. इन सभी का संदेश एक ही है, स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ विचारों का वास होता है, और साइकिल चलाना एक साधारण लेकिन प्रभावी तरीका है अपने जीवन को गतिशील और नशामुक्त रखने का।

विकास, व्यायाम और व्यसन-मुक्ति का संगम
इस राष्ट्रव्यापी अभियान को युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) ने भारतीय साइक्लिंग महासंघ (सीएफआई), माई बाइक्स और माय भारत के साथ मिलकर आयोजित किया है। देश के हर राज्य, केंद्र शासित प्रदेश, ैएसएआई (भारतीय खेल प्राधिकरण) के क्षेत्रीय केंद्रों, खेलो इंडिया केंद्रों एवं राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों में इसे एकसाथ आयोजित किया जाएगा।
नशे से मुक्ति, साइकिल से शक्ति
वाराणसी से लेकर दिल्ली तक, लाखों बच्चों की साइकिल पर यह यात्रा अपने आप में भारत के भविष्य की ओर एक कदम है, जहां युवा केवल फिट नहीं होंगे, बल्कि नशे की काली चादर को हटाकर एक उज्जवल भारत का सूर्योदय करेंगे। यह आयोजन केवल खेल मंत्रालय की योजना नहीं, बल्कि एक संस्कृति परिवर्तन का आंदोलन है कृ जिसमें हम सबका सहयोग अनिवार्य है।