पत्रकार हित सर्वोपरि : कल्याण कोष से लेकर पेंशन-आवास तक दिलाएंगे अधिकार : अरुण मिश्रा

काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष अरुण मिश्रा ने वरिष्ठ पत्रकार सुरेश गांधी से विशेष बातचीत कहा, पत्रकारों के लिए कल्याण कोष की स्थापना होगी प्राथमिकता, पराड़कर भवन के अधूरे कार्य होंगे पूरे, होगा जीर्णोद्धार, पत्रकारों के लिए पेंशन, आवास व स्वास्थ्य बीमा की व्यवस्था कराना लक्ष्य, प्रेस क्लब के मुकदमे को मजबूती से लड़ने का संकल्प, गंभीर बीमार पत्रकारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दिलाएंगे मदद
–सुरेश गांधी
वाराणसी : काशी पत्रकार संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अरुण मिश्रा पत्रकार हितों को लेकर पूरी तरह सजग और गंभीर दिखे। पत्रकारिता के मौजूदा हालात, पत्रकारों की चुनौतियां और भविष्य की योजनाओं को लेकर वरिष्ठ पत्रकार सुरेश गांधी ने उनसे विस्तार से बातचीत की। बातचीत के दौरान अरुण मिश्रा ने खुले मन से अपनी प्राथमिकताएं साझा कीं और पत्रकार समाज के लिए अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। खास यह है कि संघर्ष और समाधान के संकल्प के साथ अरुण मिश्रा ने पत्रकारों के लिए नई उम्मीद की किरण दिखाई है।
उन्होंने कहा कि “पत्रकारों का कल्याण मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम पत्रकार समाज के लिए सिर्फ घोषणा नहीं, ठोस कदम उठाएंगे।“ अरुण मिश्रा ने कहा कि पत्रकारों के आकस्मिक संकट और बीमारियों के समय सहायता के लिए ’पत्रकार कल्याण कोष’ की स्थापना सबसे पहली जिम्मेदारी होगी। उन्होंने कहा, “हम हर स्तर पर प्रयास करेंगे कि इस कोष में पर्याप्त धनराशि हो, जिससे पत्रकार साथियों को अधिकतम सहयोग मिल सके।“ अरुण मिश्रा ने कहा कि जिन पत्रकार साथियों को गंभीर बीमारी है, उनके लिए वे व्यक्तिगत प्रयास कर मुख्यमंत्री विवेकानंद सहायता कोष से सहयोग दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे।
पत्रकार हितों के लिए सरकार और प्रशासन से करेंगे सीधा संवाद
उन्होंने कहा कि पराड़कर भवन पत्रकार समाज की गरिमा का प्रतीक है। “इस भवन के अधूरे कार्यों को प्राथमिकता से पूरा कराया जाएगा और इसके जीर्णोद्धार के लिए नया मैप तैयार कराकर फंड की स्वीकृति हेतु प्रदेश सरकार से प्रयास होंगे।“ अरुण मिश्रा ने कहा कि पत्रकारों के सामाजिक सुरक्षा के सवाल को लेकर वे प्रदेश सरकार के समक्ष पेंशन, आवास और स्वास्थ्य बीमा की स्थायी व्यवस्था की मजबूत मांग करेंगे। उन्होंने कहा, “पत्रकारों को भी सेवानिवृत्ति के बाद सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार है। मैं इस दिशा में निर्णायक लड़ाई लड़ूंगा।“ उन्होंने कहा, “प्रेस क्लब के मुकदमे में पत्रकार समाज की साख जुड़ी है। हम पूरी मजबूती से यह मुकदमा लड़ेंगे और किसी भी स्तर पर पत्रकार हितों से समझौता नहीं होगा।“ उन्होंने कहा कि पत्रकारिता एक कठिन पेशा है, और संकट की घड़ी में पत्रकारों को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा, पत्रकारों के हक की लड़ाई में कभी पीछे नहीं हटेंगे। कल्याण, सुविधा, सुरक्षा और आवास मसले को गंभीरता से मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जायेगा। अंत में उन्होंने कहा कि “मुझे जिम्मेदारी मिली है, मैं इसे अवसर नहीं, पत्रकार समाज की सेवा का माध्यम मानता हूं। हमारी लड़ाई सिर्फ आर्थिक सहायताओं की नहीं है, बल्कि पत्रकारों के सम्मान, सुरक्षा और भविष्य की है। मैं वादा करता हूं पत्रकार हितों की इस लड़ाई में कभी पीछे नहीं हटूंगा।“